कहानी तब की हैं जब मैं गुवाहाटी विश्व-विद्यालय में अपना ग्रेजुएशन कर रहा था। कहानी तब की हैं जब मैं गुवाहाटी विश्व-विद्यालय में अपना ग्रेजुएशन कर रहा था।
तो आप नहीं मानते कि मैं भूत हूं। ठीक है, एक बार यही बात मेरी आंखों में आंखे डाल कर कहो! तो आप नहीं मानते कि मैं भूत हूं। ठीक है, एक बार यही बात मेरी आंखों में आंखे डाल ...
तब तक उस जिन्न ने मुझ पर ही वार शुरू कर दिया मैं अधमरी सी हो गयी थी और बोलती थी ! तब तक उस जिन्न ने मुझ पर ही वार शुरू कर दिया मैं अधमरी सी हो गयी थी और बोलती थी ...
मटके जलते ही आत्माएं जलने लगी और उनकी जलते ही अजीत बौखला उठा ! मटके जलते ही आत्माएं जलने लगी और उनकी जलते ही अजीत बौखला उठा !
एक दिन कुछ ऐसा हुआ जो मेरी कल्पना से परे था। एक दिन कुछ ऐसा हुआ जो मेरी कल्पना से परे था।
पर जब मैं इस गांव में आया, गांव के सभी लोग मुझे ही घूरे जा रहे थे। पर जब मैं इस गांव में आया, गांव के सभी लोग मुझे ही घूरे जा रहे थे।