अब वो कशमकश में था कि अंजलि को उसे फ़ोन करना चाहिए या नहीं ? अब वो कशमकश में था कि अंजलि को उसे फ़ोन करना चाहिए या नहीं ?
सबसे जरुरी बात समय इस दौरान बहुत प्रतिकूल है तो अपना बेहतर ध्यान रखिये। सबसे जरुरी बात समय इस दौरान बहुत प्रतिकूल है तो अपना बेहतर ध्यान रखिये।
वो अपनी ख्वाहिश को अपना हिस्सा बनाना चाहती थी. वो अपनी ख्वाहिश को अपना हिस्सा बनाना चाहती थी.
नितिन के दिमाग में बस रिया का रोता चेहरा घूम रहा था। नितिन के दिमाग में बस रिया का रोता चेहरा घूम रहा था।
अनुज भी बहुत खुश हो जाता है दोनों को जैसे दुनिया की खुशी मिल गई हो। अनुज भी बहुत खुश हो जाता है दोनों को जैसे दुनिया की खुशी मिल गई हो।
अंजलि को अभी नींद नहीं आ रही थी। उसने अपनी डायरी उठाई और पेन लेकर आ गयी अपने आधे-अधूरे अंजलि को अभी नींद नहीं आ रही थी। उसने अपनी डायरी उठाई और पेन लेकर आ गयी अपने आधे...