ठीक इन चाँद सितारों जैसे जो हर कदम हमारे साथ होने के बावजूद हमसे बहुत दूर होते हैं।
एक तो तेरी तबियत ठीक नहीं ऊपर से अपशगुन होता तो.." बोलते बोलते माँ चुप हो गई ।
इस रिश्ते को निभाने की आड़ में छुपी समीर की बेबसी आरती को दिखाई देती थी वो समझती थी कि समीर का अपना खुद का भी जीवन है,
लेकिन हूँ तो, मैं एक अम्मा ही, इन्हें पालना होगा मुझे।
ज़िंदगी में कुछ घटनाए ऐसी होती हैं जो ज़हन में खास खबर की तरह हमेशा के लिए छप जाती हैं। ज़िंदगी की जह्द में ये घटनाए याद नह...
ऑटो में बैठते वक़्त ख्याल आया, काश उसे बता पाता, की मेरे डे को गुड बनाने में उसका बहुत ब