आज मैं बहुत थकान महसूस कर रहीं हूँ।
गरीब बच्चों के माँ-बाप को बच्चों की कमाई का लालची समझने की मध्यमवर्गीय मानसिकता सिर उठा रही थी...
एक दिन बालन किसी काम से दोपहर में घर आया तो देखा आभा ,आधिरा को चूम रही थी।
काला गोरा अमीर गरीब सब को भूख लगती है,पर चेहरा देखकर अनाज बाँट रहे हैं ।
जिस घर को मुझे सजाना, संवारना है जीवन भर ....उसमें मेरे नाम की नेमप्लेट तक नहीं!
देश जब अंग्रेजों का गुलाम था तब मेरे पिता जी मुझे पढ़ाया करते थे तब मैंने सबसे पहले सीखा क स