आपके देखे सारे सपने पूरे होंगे और उसने कर दिखाया था।
शहीद से लिपटा तो तिरंगा भी खून के अश्क़ रो पड़ा'।
जोधपुर के कलक्टर की आंखें मौनसून को ज़रूर मात दे रही थीं।
जो जैसा व्यवहार करे उसके साथ वैसा ही व्यवहार करना चाहिए..!
हमें अतीत और भविष्य की चिंता छोड़कर वर्तमान मे रहना चाहिए
क्या मैं लिख भी सकूँगी ? शायद नहीं....