कंडक्टर ने आगे बढ़कर बेल बजाईं, किसान ख़ुश होते हुए बस से उतर कर कंडक्टर और ड्राइवर का आभार प्रकट किया
गाड़ियों का काफ़िला इमारत के पास रुक कर खड़ा था
कामाँधता में भटक रहे देश के ही एक भाई को रेपिस्ट होने से उसने रोक लिया था
मीरा, स्टेटस को कभी बीच में मत आने देना, दिल की दूरियां बढ़ जाती है
सर, मैंने हर बैठक में आपके द्वारा दिए गए हर भाषण को याद किया है।"