चलो एक मासूम इस भीड़ में खोने से तो बच गया।
दोबारा कोशिश नहीं करना, वरना काली हो जाऊँगी.. !"
फिर उसने पीछे मुड़कर नहीं देखा। आज वह आई.ए.एस. बन गया था।
आज तो बड़ी जल्दी ख़त्म हो गयी मीटिंग। चलो कुछ खेलते हैं, मैंने किशोर से बोला।
हे मां मेरी मां बस ईश्वर से यही दुआ है कि तुम सदा खुश रहो।
मैं बोला कुछ नहीं लेकिन पर्दे के पीछे से मिनी की मुस्कान जैसे सब बोल रही थी।