जो बिगड़ेगा नहीं वह क्या खाक बनेगा ! वैसे भी, हम बेहतर इंजीनियर बनाते हैं बढ़िया मनुष्य नहीं।
सच कह रहा हूँ, “ज़िन्दगी का एक अलग ही मज़ा आ रहा है।”
जैसे ही उसने घूंसा चलाया इंजीनियर ने अपना हाथ वहां से हटा लिया।
मैं मेरे काम को और मेरी नौकरी को एन्जॉय करती हुँ।... ऐसी भावना आपके भी मन में आती है...? आती होगी तो बहुत खुब...!!!
समय बहुत बदला और इंटरनेट ने हमारे जीवन में गहरी पैठ बनायीं।स्कूल, कॉलेज, हॉस्पिटल यहाँ वहाँ। हमारे मनोरंजन की दुनिया कि...
उसकी शरमाई सी नज़रे जोयश्री पे टिकी थी और जोयश्री जैसे बिना कुछ बोले बहुत कुछ कहना चाहती थी। अब हर्ष हिम्मत जुटा कर जोयश...