कहकर ईश्वर चंद्र बिस्तर पर लेट कर गहरी सांसें लेने लगे- -------' बाबा ऽऽऽऽऽ कहते हुए सब उनकी ओर दौड़ पड़े।
उस औरत ने फक्र के साथ जवाब दिया, “आजादी।”
इस सपने ने मेरे अंदर एक अलग सी उर्जा भर दी थी।
रजनी की प्रसव पीड़ा और भी बढ़ गयी, पर उसे अपनी छोड़ कालु की चिंता सता रही थी
कैप्टन राजेश ने एक बार फिर से साबित कर दिया कि सैनिक हमेशा सैनिक ही होता है।
राज खोलने में परमाणु की मदद खेल गाँव में भेस बदल कर रह रहे वक्र ने की थी।