हमारी सहेली हमारी दगड़िया स्वर्गीया लता डोभाल जिसकी आकस्मिक मृत्यु हो गई --को समर्पित
गुफा का गोरिल्ला भी पूरे हफ्ते इन्तजार करता है अपने नए दोस्तों का।
हर बार मिलता था सब कुछ खत्म कर देने के लिए, और जब ये सोचा कि सब ठीक कर लेता हूँ तो...
अब सारा पैसा मेरा है और मैं अपनी नयी सेक्रेटरी से शादी कर सकता हूँ।
जब उसने देखा कि कैसे एक काला साया बालकनी से उसकी ओर बढ़ा आ रहा है
विधा-लघुकथा