यह कैसी मजबूरी है...
यह कैसी मजबूरी है...
दिल से चाहते हैं उसे मिल नहीं सकते !
जिससे बात तक नहीं करना चाहते
उसका कभी पीछा छोड़ नहीं सकते !
यह कैसी मजबूरी है...अजीब सी दुनियादारी है !
लोग जो बोलते हैं, वह करते नहीं
कहते तो बहुत पर कुछ करते नहीं !
जो करते हैं वह बिलकुल ही बोलते नहीं !
यह कैसी मजबूरी है...अजीब सी दुनियादारी है !
हर कोई आदत से मजबूर है क्यूँ इतना
इन्सान को इन्सान क्यूँ नहीं समझा पाता ?
पैसों के पीछे भागते नजर आती है सारी दुनिया !
यह कैसी मजबूरी है...अजीब सी दुनियादारी है !
मृत्यु ही अंतिम सत्य है जीवन का समझ लो पहले !
जो कुछ भी कमाओगे यही छोड़ जाना है दोस्तों !
ना कोई मजबूरी है ना कोई ख़ामियाँ तुझमे, खुद को बदलो
स्वर्ग सी सुंदर है दुनिया...बस प्यार बांटते चलो फिर देखो !