ये देश है मेरा...
ये देश है मेरा...
यूँ धरती पे आपसी मन-मुटाव व खुन्नस न हो ...
हर घर में एक खुशनुमा माहौल हो ...!
न कोई ज़मीन-जायदाद का मसला हो
और न ही भाई-भाई में विवाह-मतभेद हो ...
ऐसा देश हमारा भारत हो,
जहाँ हर तरफ गौरवशाली इतिहास
का साक्षी आत्मनिर्भर भारत के सपूत हो।
ये देश हमारा पुनः विश्वगुरु के सर्वोच्च आसन
पर विराजमान हो....ऐसा हर भारतवासी का सपना हो ...!
हमारा देश श्रेष्ठ हो, हमारा देश विजयी हो,
चलो, हम सब मिलकर अपनी मातृभूमि का मान बढ़ाएं ...!
चलो, हम सब साथ मिलकर
राष्ट्रनिर्माण के स्वर्णिम स्वप्न को
साकार करें ...!!
ये पुण्यभूमि हमारी शान है...
हमें अपने भारतीय होने पर गर्व है !!!
इस पावन भूमि पर कई संत-महात्मा-गुरु जन्म लिए...
इस सरज़मीं पर दुश्मनों की नज़र हमेशा है,
इस बात का हमारे वीर सेनानी हमेशा ख्याल रखते हैं...
हमें कभी भी इस बात को नहीं भूलना है
कि "आज़ादी का अमृत महोत्सव"
आज हम इसीलिए मना रहे हैं,
क्योंकि हमारे स्वतंत्रता सेनानियों ने
अपने लहू से भारत का स्वर्णिम इतिहास
लिखा है !
हाँ, मुझे भारतीय होने पर बहुत गर्व है...!!!