ये बारिश
ये बारिश




देख इस झरोके से बारिश को,
लगा जैसे बुला रही हो मुझे,
की " ए ! नादान लड़की,
खोल दे सारी बंदिशें,
रुस्वा कर हर डर को,
और झूम इन बूँदों की तरह,
उमंग से भरी अदाओं,
और चहकते भावों के साथ,
ख़ुशी और प्रेम बरसाते हुए,
भीतर भी, बाहर भी | "
देख इस झरोके से बारिश को,
लगा जैसे बुला रही हो मुझे,
की " ए ! नादान लड़की,
खोल दे सारी बंदिशें,
रुस्वा कर हर डर को,
और झूम इन बूँदों की तरह,
उमंग से भरी अदाओं,
और चहकते भावों के साथ,
ख़ुशी और प्रेम बरसाते हुए,
भीतर भी, बाहर भी | "