यादों का महीना
यादों का महीना
मधुर मिलन का है महीना
कहते जिसे सावन का महीना
प्रीत प्यार का है महीना
कहते जिसे सावन का महीना
नई नवेली दुल्हन को
प्रीत बढ़ाता ये महीना।।
ख्वाबों में डूबी रहती है
दिन रात सताती याद उन्हें
होती रिमझिम बारिश जब भी
दिल में उठती तरंग अनेक
पिया मिलन को तरस रही है
सावन के महीने में वो।।
रोग लग है नया नया, क्योंकि
ब्याह हुआ हैं अभी अभी
करे इलाज कैसे इसका
मिट जाए ये रोग नया
पिया मिलन तुम करवा दो
सावन के इस महीने में
संग झूलेंगे और खेलेंगे
तो मिट जाएंगे रोग सभी।।