याद करते हैं
याद करते हैं
याद करते हैं आपके तालीम को रोज़ाना,
नायाब है आपका समझाना और पढ़ाना,
आपका दिया हुआ हर लम्हा है ख़ज़ाना,
काश वापस मिल जाए वो पुराना ज़माना
लगातार जब होता जाए हिंदी में बातचीत की शुरुआत,
तो खयाल आए किशोर-भारती तिरुवल्लुवर की बात,
सोच में आए आलोक-भारती चचा छक्कन के जज़्बात,
ऐसा लगे जैसे बाल-भारती स्वाति पराग हैं सुहाने सौग़ात
दौर भी था जब आपने दिए संक्षिप्त रामायण के नसीहत,
कभी भुला नहीं सकते हैं संक्षिप्त महाभारत की कैफ़ियत,
हर कविता सबक में मिलता था नए अल्फ़ाज़ों का दौलत,
ख़ुशनसीबी है हमारी जो हमें मिला आपका कीमती वक़्त
आप गुरुजनों सदा सिखाए सही गुफ़्तार सीरत,
आपने बढ़ाया पढ़ते बच्चों में लाजवाब लियाक़त,
हमेशा से आप देते रहे नए जानकारी की ताक़त,
याद करते रहेंगे के आपने दिया अनमोल बरक़त