आंखों में आंसू, फिर भी चेहरे पर मुस्कान, अब हमारे लिए एक नई यात्रा की प्रतीक्षा है। आंखों में आंसू, फिर भी चेहरे पर मुस्कान, अब हमारे लिए एक नई यात्रा की प्रतीक...
कि नियति क्या होगी यही हमारी हैवानियत होगी क्या यूँ ही तारी। कि नियति क्या होगी यही हमारी हैवानियत होगी क्या यूँ ही तारी।