वृक्षारोपण
वृक्षारोपण
चारों तरफ छाई हरियाली
आँखों को सुकून देती है
ठंडी ठंडी पवन चलें जब
झनकृत करती तन मन को
वृक्षों की आवाज कह रहीं
हाल तुम्हारा कैसा होगा
न होगें पेड़ न हवा होगी
सांस लेना भी मुश्किल होगा
एक कटे तो पाँच लगाऐ
कल्याण तुम्हारा हर पल होगा
आज पते की बात समझलो
वृक्षारोपण करना हम सब को
यहीं हमारा नारा होगा।