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Archana Kewaliya

Abstract

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Archana Kewaliya

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वर्चुअल दुनिया

वर्चुअल दुनिया

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वहाटसअप और फ़ेसबुक की वर्चुअल दुनिया 

दिन की शुरुआत शुभकामनाओं से होती है यहाँ,

हर दिन जन्मदिन और सालगिरह होते है यहाँ,

बेहिसाब सन्देशों की बाढ़ है यहाँ,

झूठी शुभकामनाओं का अंबार है यहाँ, 

नक़ली संवेदनाओं को प्रकट करने का मंच है यहाँ,

अनगिनत दोस्तों की भीड़ है यहाँ,

अपना हो कर भी हर कोई पराया है यहां,

इतने दोस्तों के भीड़ में अकेला हूँ मैं यहाँ, 

लाइक और कमेंट्स का शोर है यहाँ, 

हर किसी को आगे निकलने की होड़ है यहाँ, 

असली नक़ली सब कुछ बिकता है यहाँ, 

फिर भी ठगा सा महसूस करता हूँ यहाँ,

ज्ञान की गंगा अविरल बहतीं है यहाँ,

न चाह कर भी इसमें डुबकी लगाता हूँ यहाँ,

इसके बाद भी अज्ञानी सा हूँ मैं यहाँ,

जीवन की रफ़्तार बेलगाम है यहाँ,

क्षण भर में सब कुछ वायरल होता है यहाँ, 

कभी मदर्स डे तो कभी फादर्स डे है यहाँ,

अजीब अजीब से फ़ोटो और वीडियो की भरमार है यहाँ,

झूठी सच्ची ख़बरों का जंजाल है यहाँ,

क्या सहीं और क्या ग़लत नहीं जान पाता हूँ यहाँ,

न चाह कर भी इस नक़ली दुनिया का हिस्सा हूँ मैं यहाँ,

कैसे बाहर निकले कोई नहीं जानता है यहाँ ।


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