वो वीर था
वो वीर था
वो वीर था
उसके पास
धैर्य था
वो देश का
तकदीर था,
सरहदों की
रक्षा खातिर
वो तन मन से
सरहद पर हीं
रात और दिन
तैनात था,
उसके
जिंदगी का
एक ही
मकसद था,
अपनी भारत मां
की खातिर वो
शाहीद हो जाए,
तो भी उसको
लेश मात्र भी
गम न था
वह दुश्मनों का
काल क्या
महाकाल था,
वो भारत मां का
सच्चा वीर सपूत था.