वो पहली उड़ान
वो पहली उड़ान
वो पहली उड़ान जो छू गयी आसमान
और दे गयी मुझे तारों का एक नया
जहान
जहाँ हर तारे की चमक करे बयान
यहाँ रहना नहीं आसान
बस ले तू इतना जान
एक दिन तो टूटना होगा तुझे
मन्द मुसकान संग वो कह गये मुझे
उस पर मैनें मुस्कुरा कर कहा
टूट कर गुजरूँगा जिस गली कुचे से
कर दूँगा जो एक पल भी रौशन वहाँ
तो मेरे टूटने पर भी होगा नभ गर्व
कर रहा
ये देख मिटकर भी मैं रौशन रहूँगा सदा।