वो और ये
वो और ये
जानते कहां थे
प्यार की बातें
वो तो मर मिटे
मातृभूमि के लिए
और
जानता कहां है
मुहब्बत की दास्तां
वो पत्थर दिल
डटा है जो सीमा पर
अमन चैन के लिए
जाने वह कौन थे
जाने यह कौन है
बात बस इतनी सी
वो थे तो आजाद हुए
ये है तो शांति से है हम।
जानते कहां थे
प्यार की बातें
वो तो मर मिटे
मातृभूमि के लिए
और
जानता कहां है
मुहब्बत की दास्तां
वो पत्थर दिल
डटा है जो सीमा पर
अमन चैन के लिए
जाने वह कौन थे
जाने यह कौन है
बात बस इतनी सी
वो थे तो आजाद हुए
ये है तो शांति से है हम।