वक्त
वक्त
कहने को छोटी सी हैं।
यह जिंदगी लंबी हो जाए।
अगर अपनों का साथ रहे।
वक्त कब क्या रंग दिखाए।
हम नहीं जानते।
वरना श्रीराम को रात में राज्य मिलने वाला था।
उन्हें सुबह वनवास ना मिलता।
कहने को छोटी सी हैं।
यह जिंदगी लंबी हो जाए।
अगर अपनों का साथ रहे।
वक्त कब क्या रंग दिखाए।
हम नहीं जानते।
वरना श्रीराम को रात में राज्य मिलने वाला था।
उन्हें सुबह वनवास ना मिलता।