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Premlata Lahre

Romance Tragedy

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Premlata Lahre

Romance Tragedy

वक्त बदल गया अब...

वक्त बदल गया अब...

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हवा पत्ते आसमां 

फिर से अपने लगने लग गए अब 

क्योंकि जो अपना था 

वो किसी और का होने लगा है अब ।

इन्हीं के छुअन मिलन आवाज़ से 

ज़िंदगी बस कटेगी अब 

क्योंकि जो जीने का वजह था 

वो किसी और को जिंदगी देने लगा है अब 

सच में वक्त बदल गया अब

जो हर वक्त साथ रहता था वो किसी और का वक्त बन गया अब ।



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