Become a PUBLISHED AUTHOR at just 1999/- INR!! Limited Period Offer
Become a PUBLISHED AUTHOR at just 1999/- INR!! Limited Period Offer

Praveen Gola

Romance

3  

Praveen Gola

Romance

उससे दिल लगाने की

उससे दिल लगाने की

1 min
214



उससे दिल लगाने की .....
ऐसी सज़ा मिली ,
वो मचल गया ,
मैं बहक गई  |

इशारों  - इशारों की ....
ऐसी खता मिली ,
वो बिखर गया ,
मैं सँवर गई |

रातों को उसने ,
ऐसा जगाया ,
बिन गर्मी मुझको ,
पसीना था आया |

उसके साथ हँसने की ,
ऐसी सज़ा मिली ,
वो लिपट गया ,
मैं निखर गई |

जब दिल ना माना  ,
तो मारा बहाना  ,
उसको संग बुलाकर ,
छोड़ा ज़माना |

उसके साथ जीने की ,
ऐसी सज़ा मिली ,
वो दम भर गया  ,
मैं और खिल गई ||




Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Romance