Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!
Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!

Manju Rani

Romance Tragedy Inspirational

4  

Manju Rani

Romance Tragedy Inspirational

उसने निष्कासित किया

उसने निष्कासित किया

1 min
232


उसने निष्कासित किया अपने घर से

जिसके हृदय में कभी न बसी,

जिसके अधरों पर राधा-सी न सजी,

जिसके संगीत में सरगम-सी न बजी,

उसने निष्कासित किया अपने घर से।


जिसके प्रेममय प्रसंगों में मधु-सी न गूँजी,

जिसकी बांसुरी में धुन-सी न बजी,

उसने निष्कासित किया अपने घर से।


जिसके हृदय-द्वार पर फूलों-सी न महकी,

जिसके स्वरों में तरुनम-सी न बजी,

उसने निष्कासित किया अपने घर से।


जिसकी ग्रीवा में बाहों के झूलों-सी न झूली

जिसके कानों में मोह की पैजनिया-सी न बजी

उसने निष्कासित किया अपने घर से।


जिसके हाथों में भार्या की लकीरे-सी न खींची,

जिसके साजों में मोहक गीतों-सी न बजी

उसने निष्कासित किया अपने घर से।


जिसके नैनों से ईश्क के आँसुओं-सी न बरसी,

जिसकी बारिश की बूंदों में घुंघरू-सी न बजी,

उसने निष्कासित किया अपने घर से।


जिसके मुस्कुराने की वजह-सी न बनी,

जिसकी हंसी की खनक-सी न बजी,

उसने निष्कासित किया अपने घर से।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Romance