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Dr. Akansha Rupa chachra

Inspirational

4.5  

Dr. Akansha Rupa chachra

Inspirational

उपहास

उपहास

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उपहास सुन जलता नहीं

न मरता बदले की आग में 

उपहास को उपहार मान

मन ही मन होता खुश

उपहास में ही दिख जाता

उपहासी का असली रूप

हां, उपहास सुन जलता नहीं

न ही होता हैरान - परेशान

उपहास को कर नजरअंदाज

खुद का जीता जिंदगी

कहने वाले कुछ भी कहते

खुद के अंदर झांकते नहीं

शायद, दूसरे का उड़ा उपहास

खुद का गम खुद करते कम । 



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