उन्हें जिद थी हमसे दूर जाने की
उन्हें जिद थी हमसे दूर जाने की
मुझे वो अब जब याद नहीं आते,
बेवफा बेदर्द लोग रास नहीं आते।
बहुत कुछ देख और समझ लिया हमने,
प्यार में आरजू से ज्यादा पा लिया हमने।
अब एक ही तमन्ना है रास आती जिंदगी में,
जिंदगी की सांसे न टूटे कभी दिल्लगी में।
भूल थी प्यार करके निभाने की,
उन्हें जिद थी हमसे दूर जाने की।
दर्द सीने में है तो मजा भी जीने में है,
जद्दोजहद पाने में तो सजा खोने में है,
उल्फत तो चलन है रीत सा आलम,
फर्क पीने में है तो नशा भी सीने में है।