उमा मैडम की सेवा निवृत्ति के शुभ अवसर पर
उमा मैडम की सेवा निवृत्ति के शुभ अवसर पर


भारी मन से विदा उमा को , करता ये बिंदापुर परिवार ,
सुखमय समृद्ध खुशियों से भरा हो आगामी संसार।
बड़े अनमोल मधुरिम थे,
तुम्हारे संग जो बीते पल।
विदा करके तुम्हें हो जाएंगे,
बड़े ही रीते से हम सब कल,
ख़िजा आ जाएगी बगिया में,
है आज जहां रंगों भरी बहार।
भारी मन से विदा उमा को, करता ये बिंदापुर परिवार ,
सुखमय समृद्ध खुशियों से भरा हो आगामी संसार।
मिले सुख तुमको अब इतना,
छाया गम की न आए याद।
याद कभी भी हमको कर लेना,
करते करबद्ध ये फरियाद।
आभारी रहते हम याद रखेंगे,
हमें जो मिला तुम्हारा प्यार।
भारी मन से विदा उमा को, करता ये बिंदापुर परिवार ,
सुखमय समृद्ध खुशियों से भरा हो आगामी संसार।
क्षमा करना मेरी त्रुटियां,
समझ अज्ञानी सा भाई तुम।
विदुषी अग्रजा हो तुम बहना,
मगर अबोध से अनुज हैं हम।
मैं आजीवन न भूल सकूंगा,
तुम्हारा अमरत्व भरा यह प्यार।
भारी मन से विदा उमा को, करता ये बिंदापुर परिवार ,
सुखमय समृद्ध खुशियों से भरा हो आगामी संसार।