STORYMIRROR

Dhan Pati Singh Kushwaha

Abstract Inspirational

4  

Dhan Pati Singh Kushwaha

Abstract Inspirational

उमा मैडम की सेवा निवृत्ति के शुभ अवसर पर

उमा मैडम की सेवा निवृत्ति के शुभ अवसर पर

1 min
266

भारी मन से विदा उमा को , करता ये बिंदापुर परिवार ,

सुखमय समृद्ध खुशियों से भरा हो आगामी संसार।


बड़े अनमोल मधुरिम थे, 

तुम्हारे संग जो बीते पल।

विदा करके तुम्हें हो जाएंगे,

 बड़े ही रीते से हम सब कल,

ख़िजा आ जाएगी बगिया में,

है आज जहां रंगों भरी बहार।


भारी मन से विदा उमा को, करता ये बिंदापुर परिवार ,

सुखमय समृद्ध खुशियों से भरा हो आगामी संसार।


मिले सुख तुमको अब इतना,

छाया गम की न आए याद।

याद कभी भी हमको कर लेना,

करते करबद्ध ये फरियाद।

आभारी रहते हम याद रखेंगे,

हमें जो मिला तुम्हारा प्यार।


भारी मन से विदा उमा को, करता ये बिंदापुर परिवार ,

सुखमय समृद्ध खुशियों से भरा हो आगामी संसार।


क्षमा करना मेरी त्रुटियां,

समझ अज्ञानी सा भाई तुम।

विदुषी अग्रजा हो तुम बहना,

मगर अबोध से अनुज हैं हम।

मैं आजीवन न भूल सकूंगा,

तुम्हारा अमरत्व भरा यह प्यार।


भारी मन से विदा उमा को, करता ये बिंदापुर परिवार ,

सुखमय समृद्ध खुशियों से भरा हो आगामी संसार।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Abstract