तू जाने या ना
तू जाने या ना


तू जाने या ना जाने
तेरे फ़साने
है दिल मे सनम
तेरी जुस्तजु मे रवा हूं
अपने आप से ज्यादा
काश खूबसूरती से ज्यादा
दिल को देखा होता
काश इन समाज के दायरो
के बाहर हम मिले होते
काश वह पल का कभी ना होता अंत
तेरे पास आने के ढूंडू बहाने
आज भी सनम
काश तूने बढ़ाया होता कदम
दूर कहीं तू होगा आबाद
इस लिए धरकता यहाँ मै
तेरी सांसे वहाँ हुई ख़तम
तो यहाँ भी हम ख़तम सनम
उस हवा को सलाम
जो छू जाती तुझे
तेरे माथे पे आज भी
आने ना दूं शिकन
वह प्यार था अभी दीवानगी।