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कुमार अविनाश (मुसाफिर इस दुनिया का )

Romance

5.0  

कुमार अविनाश (मुसाफिर इस दुनिया का )

Romance

तू ही तू नजर आये

तू ही तू नजर आये

1 min
356


जब से हुआ है प्यार मुझे तुमसे सच कहता हूँ

यहां वहां हर जगह मुझे बस तू ही तू नजर आये

पागल कहती दुनिया मुझको मैं तो हूँ दीवाना तेरा

कोशिश बहुत की थी मैनें फिर भी ना हो पाया तेरा


आलम मेरा अब भी यही कि तू ही तू नजर आये

अब तू ही बता दे मेरे दिलबर तुम बिन कैसे रहा जाये

दिल ढूँढता है वही सिर्फ एक तेरा साथ

हाथों में चाहिए सिर्फ हाथ


जब से हुआ है प्यार मुझे तुमसे सच कहता हूँ

यहां वहां हर जगह मुझे बस तू ही तू नजर आये

पागल कहती दुनिया मुझको मैं तो हूँ दीवाना तेरा

कोशिश बहुत की थी मैनें फिर भी ना हो पाया तेरा


आलम मेरा अब भी यही कि तू ही तू नजर आये

अब तू ही बता दे मेरे दिलबर तुम बिन कैसे रहा जाये

दिल ढूँढता है वही सिर्फ एक तेरा साथ

हाथों में चाहिए सिर्फ हाथ।


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