तू ही मेरा अर्थ है
तू ही मेरा अर्थ है
जी चाहता है
तुम्हारी शांत आंखों की
झील में उतर कर
इनसे दर्द के मोती समेट लूं
क्योंकि ये आंखें मुस्काती
बहुत है - लगता है
गमों को छुपाती बहुत हैं
मेरा क्या है कुछ भी नहीं
तू ही मेरा अर्थ है
तुम्हारे बिना जी तो रहा हूं
पर तुम्हारे बिना जीवन व्यर्थ है
यादों की पुरवाई अक्सर है आ जाती
बस एक तू नज़र क्यूँ नहीं आती
बस अब तो तुम्हारा ही इंतज़ार है
कब आओगे तुम हर पल तुम्हारा ही ख्याल है