तुम रुक भी तो सकते हो
तुम रुक भी तो सकते हो
तुम इश्क़ हो या हवा का झोंका
एक अनोखी खुशबू छोड़कर
ये जो पल भर में आकर चले जाते हो
तुम रुक भी तो सकते हो
तुम्हारी आँखों की जब तेज झलक मेरे
आँखों पर जब पड़ती है मानो जैसे
कि पास से चाँद देख लिया हो
पता नही क्यों तुम्हे खुश देखकर
चेहरे पर अपने आप मुस्कान आ जाती है
यार तुम इश्क़ हो या हवा का झोंका
क्योंकि तुम रुक भी तो सकते हो ...