Navjyot singh
Tragedy
गमों की महफ़िल में इस कदर मशहूर हुए। मेरे जनाजे पर मेरी तन्हाई के किस्से जिन्दा थे।।
तन्हाई के किस...
हाथ सबके सने खून से, रंग जिनका एक सा था ला कुल्हाड़ी धर्म का ही खून कर दूँ। हाथ सबके सने खून से, रंग जिनका एक सा था ला कुल्हाड़ी धर्म का ही खून कर दूँ।
सब काट रहे गला, भरोसे की धार से, मत पहन तू, अति विश्वास के हार को सब काट रहे गला, भरोसे की धार से, मत पहन तू, अति विश्वास के हार को
ऑक्सीजन दी संग में मैंने, इस प्रकृति का सिंगार था मैं ऑक्सीजन दी संग में मैंने, इस प्रकृति का सिंगार था मैं
अब शहरों में रिश्ते कहाँ बन पाते हैं ? यहाँ तो पड़ोस के फ्लैट से भी कौन निभाता है .. अब शहरों में रिश्ते कहाँ बन पाते हैं ? यहाँ तो पड़ोस के फ्लैट से भी कौन नि...
जीवनचक्र के साथ ही चलते, आगे कदम बढ़ाना होगा। जीवनचक्र के साथ ही चलते, आगे कदम बढ़ाना होगा।
खिलेंगे मित्र मुरझाए फूल फिर से, हमारी दोस्ती में सच का शबनम है। खिलेंगे मित्र मुरझाए फूल फिर से, हमारी दोस्ती में सच का शबनम है।
पागल हो तुम जो उसी मोड़ पर खड़े हो तुम्हारी सोच से आगे निकल चुकी है वो। पागल हो तुम जो उसी मोड़ पर खड़े हो तुम्हारी सोच से आगे निकल चुकी है वो।
होलिका जश्न मनाती है अपनी सोच के आईने को मिलकर जलाकर अच्छे से सब चमकाते है। होलिका जश्न मनाती है अपनी सोच के आईने को मिलकर जलाकर अच्छे से सब चमकाते है।
अगर मोहब्बत यही है जाना, तो माफ़ करना मुझे नहीं है ! अगर मोहब्बत यही है जाना, तो माफ़ करना मुझे नहीं है !
क्योंकि पहले मैं मकान में रहती थी अब मुझे घर मिल गया है। क्योंकि पहले मैं मकान में रहती थी अब मुझे घर मिल गया है।
तब तक यूँ ही ढोंगी स्वार्थी, बांट बांट सब खा जायेंगे ।। तब तक यूँ ही ढोंगी स्वार्थी, बांट बांट सब खा जायेंगे ।।
प्रेम की चाहना ही उन्हे सिर्फ अब , पास कुछ पल बिता मोद उनमे भरो।। प्रेम की चाहना ही उन्हे सिर्फ अब , पास कुछ पल बिता मोद उनमे भरो।।
कभी सोचा न था . . ज़िंदगी यूँ पहेली बनकर रह जाएगी! कभी सोचा न था . . ज़िंदगी यूँ पहेली बनकर रह जाएगी!
आज के इस बसेरे मे बेनकाब घूमते उन झुलम के चेहरो में कितनी हैवानियत है ! आज के इस बसेरे मे बेनकाब घूमते उन झुलम के चेहरो में कितनी हैवानियत है !
हर शख्स ले आता दुःख की नयी नयी परिभाषा। मानो सबने भुला दी हो हँसने की अभिलाषा हर शख्स ले आता दुःख की नयी नयी परिभाषा। मानो सबने भुला दी हो हँसने की अभिलाषा
तू मन को मेरे है तड़पाता प्यारा कानन है दहकाता तू मन को मेरे है तड़पाता प्यारा कानन है दहकाता
इसीलिये बड़ी चालाकी से चार लोगों में एक कांधा स्त्री का मिलालिया। इसीलिये बड़ी चालाकी से चार लोगों में एक कांधा स्त्री का मिलालिया।
माना कि एक लड़की हूं, पर हूं तो इंसान ही ना। माना कि एक लड़की हूं, पर हूं तो इंसान ही ना।
नफरतों के शहर में, मैं लगाऊंगा भाईचारे का एक मजबूत ठेला हूं। नफरतों के शहर में, मैं लगाऊंगा भाईचारे का एक मजबूत ठेला हूं।
तू सोच ना इतना की सब असंभव सा लगे एक हिम्मत ही तो करना होता है तू सोच ना इतना की सब असंभव सा लगे एक हिम्मत ही तो करना होता है