तिरंगा
तिरंगा
मेरी आन,मेरी शान
तिरंगा है,मेरी जान
जब यह लहराता है
तब मन मुस्कुराता है
तिरंगा है,मेरी मुस्कान
तिरंगा ही मेरी जमीन
तिरंगा मेरा आसमान
तिरंगे बिन नही जहान
तिरंगा ही मेरे शब्द
तिरंगा ही मेरी जुबान
तिरंगे के अहसास से
हो जाता हूं, ऊर्जावान
तिरंगे के लिये,साखी
कई हुए है,कुर्बान
तिरंगा ही अल्लाह,
तिरंगा ही भगवान
तिरंगे के पीछे चले,
सारा यह हिंदुस्तान
मेरी आन,मेरी शान
तिरंगा है,मेरी जान
आजादी के इस
अमृतमहोत्सव पर
लहरा रहा घर-घर
होकर हिंद अभिमान
पर सबको याद रहे,
विशेष ख्याल रहे,
15 अगस्त के बाद
तिरंगा कूड़े में न रहे
सम्मान से,तिरंगा
सब जन ले,उतार
फिर सुरक्षित उसे
गर्भगृह में दे,स्थान
मेरी आन,मेरी शान
तिरंगा है,मेरी जान
तिरंगा मनमंदिर का,
एकलौता,भगवान।