मैं प्रेम लिखना भूलने लगा हूँ, किसी को चाहना भूलने लगा हूँ। मैं प्रेम लिखना भूलने लगा हूँ, किसी को चाहना भूलने लगा हूँ।
रात बहुत हो गई है ओर जिंदगी के एक अध्याय की समाप्ति होने वाली है। रात बहुत हो गई है ओर जिंदगी के एक अध्याय की समाप्ति होने वाली है।
कभी ना मिल पाए हम तो गम ना करना। कभी ना मिल पाए हम तो गम ना करना।
अपने ही लफ्जों से, एक बवाल लिख रहा हूँ , झूठे थे जो कसमें वादे,वो नासूर लिख रहा हूँ। अपने ही लफ्जों से, एक बवाल लिख रहा हूँ , झूठे थे जो कसमें वादे,वो नासूर लिख र...
दर्पण में मुखड़ा देख कर हर कोई इतराता है। दर्पण में मुखड़ा देख कर हर कोई इतराता है।
क्या जादू है तेरे मिलने में तेरे मिलने से खुशियां मिलती हैं। क्या जादू है तेरे मिलने में तेरे मिलने से खुशियां मिलती हैं।