तेरी याद
तेरी याद
तेरी याद रह रह कर आती रही
हमें रात भर फिर जगाती रही
ख्वाबों में तुम और ख्यालों में तुम
हकीकत में तुमको बुलाती रही
दिल से पूछो या धड़कन से पूछो
तेरी यादें कितना हमें सताती रही
तुम्हीं से तो गुलज़ार है मेरी राहें
हर मोड़ में तुझे ही बुलाती है
दिन बेगानी, बेदर्द सी रातें हुई अब
कब आओगे यही गीत गाती रही
दूरियां कब मिटेंगी कब दीदार होगा
हर पल तेरे आने के सपने सजाती रही।