तेरी जिंदगी बन जाऊँ
तेरी जिंदगी बन जाऊँ


कभी लगता है तेरे सीने से
लगकर तेरी आरजू बन जाऊँ
तेरी साँसो से मिलकर तेरी खुशबू बन जाऊँ
फासले ना रहे कोई हम दोनों के दरमिया
मैं, मैं ना रहूँ बस तू ही तू बन जाऊँ
सूनी रातों की तनहाई जब सतायेगी तुझे
तेरी उन खामोशियों की मैं गुफ्तगू बन जाऊँ
गुस्ताख दिल कि मेरे बस इतनी सी ख्वाहिश
तेरी धड़कनों की मैं ही जुस्तजू बन जाऊँ..
मेरे दिल की दुआ है बस यही
रंग जीतने है मोहब्बत के उसे दिल में सजाकर
बस तेरी जिंदगी बन जाऊँ..