तेरे जाने के बाद
तेरे जाने के बाद
तेरे जाने के बाद सोचते रहे यूं ही बैठे
कितना वक्त गुजर गया क्यूं रहे हम सोते
भागते रहे जोड़ने में जीवन का सुख
तेरे जाने के बाद हाथ लगा मेरे दुख
नहीं जी सके दोनों आराम भरी जिंदगी
तेरे सिवा अब खाली लगती है जिंदगी
कुछ पल मिले खुशियों के याद उन्हें करता हूँ
छूट ना जाये वो पल हाथ से सोचकर मैं डरता हूँ
सपनों की कश्ती पे बैठकर ढूंढते है यादों में तुझे
आ जाना कभी मिलने दुनिया की सैर करवाऊं तुझे