स्वतंत्रता
स्वतंत्रता
वो तीन रंगों वाला तिरंगा सदा आकाश में लहराता रहे
जब तक है ये सूरज, चांद इसका अजेय अभिमान रहे
हर ज़र्रे में खुशबू आए हर शख्स में हिन्दोस्तान रहे
आओ देश का मान बढ़ाए शहीदों की शहादत को याद करे
आजादी की रुत आई चारों ओर खुशहाली रहे
दिया देश को जीवन तुम जैसे वीर ने, भारत देश सदा पावन रहे
भूल न सकेगी यह धरती वीरों के प्राणों का बलिदान
ऐ भारत माता के एसे वीर सपूतों को शत शत नमन करे
लाखो लाखो प्राण न्यौछावर, जीवन कितने कुर्बान हुए
मातृभूमि की रक्षा हेतु जो भारत की शान हुए
गाँधी, सुभाष, आजाद, भगत सिंह कितने वीर जवान हुए
हँसते हँसते फ़ाँसी झूले राजगुरु, सुखदेव महान रहे
लहू से सिंचित इस धरती का कतरा-कतरा पावन रहे
माँ, बहनो के सिन्दूर का त्याग सदा मनभावन है
भूल न जाना गौरव गाथा कैसे ये स्वतंत्रता पाई थी
अमर शहीदों की कुर्बानी से तब ये खुशियाँ आई थी
सत्य, अहिंसा, शौर्य, शांति का सदा जहाँ उपदेश मिले
त्याग, तपस्या, बलिदानों से शोभित भारत देश मिले
विश्व का सबसे अच्छा देश जहाँ भेदभाव ना रहे
घर-घर में हो उजियारा अँधियारा ना शेष रहे
इंसानियत जहाँ सबसे बड़ा धर्म होगा कर्म हमारे अच्छे होगे
स्त्री होगी दुर्गा समान कभी ना हो उसका अपमान
हिन्दू मुस्लिम, सिख, ईसाई आपस में सब भाई - भाई
भारत में लहराए ये नारा
कभी ना टूटे भाई चारा, भारत मेरा एसा आबाद रहे
प्रफुल्लित हो जाए जग सारा चमके भारत जैसे एक तारा,
लहराता तिरंगा प्यारा गंगा, जमुना नदिया ज़न-ज़न को खुशहाल करे
हरे भरे इस धरा पर हर रोज त्यौहार मने
प्रणाम मेरा वीर को जो भारत माँ के रखवाले
त्याग, समर्पण की प्रतिमूर्ति देश भक्ति के वो मतवाले
नील गगन पर ध्वज तिरंगा भारत माँ का यश गान करे
युगों से है पावन मेरा भारत देश महान रहे
आओ उन वीर शहीदों के बलिदान को याद करे
श्रद्धा सुमन अर्पित कर भारत माँ को नमन करे।