सुनो ना
सुनो ना
मैंने सुना था
की किसी का हाथ थाम कर चलो
तो जिंदगी खूबसूरत हो जाती है
खुशियाँ चार गुनी हो जाती है
और गम आधा हो जाता है
मायूसी में भी आशा और
उम्मीद जाग जाती है
पर जब हमसफर समझने वाला हो
और जब समझने वाला न हो तो
नहीं तो जिंदगी बद से बदतर हो जाती है
पैरों में छाले पड़ जाते है
पैर लहूलुहान हो जाता है
और जिंदगी का सफर लंबा बहुत लंबा हो जाता है।