सत्य अहिंसा तप
सत्य अहिंसा तप
इश्क़ मोहब्बत रिश्ते नाते बाकी सब बेकार हैं
केवल सत्य अहिंसा तप जीवन के आधार हैं..
बदनाम लोग कर देंगे नाम स्वयं करना होगा
मौत से पहले ही मरकर जीने के कई प्रकार हैं..
आलस्य त्यागकर स्वकर्तव्यों का निर्वाह करें
कठिन कोशिशों से होते स्वप्न सभी साकार हैं..
हक़ीक़त में ही जीना जग जीतने की ख़ातिर
कल्पनाओं का सखी कभी न कोई आकार हैं..
हमें ख़ुद को वक़्त मुताबिक बदलना होगा
वक़्त की तो अपनी एक जैसी ही रफ्तार हैं..