सपना
सपना
छोटे से कदम उसके हो गए आज बड़े मुझसे
छोटी सी हथेली हो गयी मेरी हथेली जितनी
खेल कूद और मस्ती अब बन गया सयानापन
सपने उसके आज छूना चाहे आसमान
उड़ना हैं उसको दूर अपने अरमान पूरे करने
पंख बनु में उसके जिसको जनम दिया अपनी कोख में
साया बनेगी मेरी ममता उसका हौसला बनके
दुआ है मेरी बनो तुम प्रेरणा सबके लिए।