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Dr Lakshman Jha "Parimal"

Inspirational

4  

Dr Lakshman Jha "Parimal"

Inspirational

“ सफर में साथ “

“ सफर में साथ “

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मैं कभी भी अकेला नहीं,

किसी सफर पर चला हूँ !

साथ मेरा गर छूट गया,

फिर और कहीं मिला हूँ !!


क्या बड़ा, क्या छोटा है,

सबों के साथ चलना है !

सफर में सब मुसाफिर,

मुझे एक साथ रहना है !!


हाथ बच्चों का पकड़,

उस पार मैं ले जाऊँगा !

बुजुर्गों को प्यार से ही,

उनकी राह दिखलाऊँगा !!


अकेले नहीं कोई रहा है,

कोई ना काम हो सकता !

सफर में साथ हो कोई,

तभी अंजाम हो सकता !!


कभी जीवन में किसी को,

तुच्छ कभी नहीं कहना !

सबको आदर और प्रेम,

से सत्कार तुम करना !!



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