संवेदनाएं
संवेदनाएं
हांफती प्रकृति
काँपती धरती
पर्वतों की तन्हाई।
वृक्षों से जुदाई।
नदियों के रुलाई।
जमीनों की खुदाई ।
निष्प्राण हवाएं।
विलाप करते साएं।
धरने पर बैठी योजनाएं।
जालें बुनती त्रासदाएं।
भयभीत होती जागरूकताएँ।
बदले में झुलसती बुद्धिमत्ताएं।
राग अलापती परंपराएं ।
अनसुनी होती भावनाएं।
असत्य में सत्य को बिठाकर
अस्तित्व झकझोरती उत्पीड़नाएं।
दर्द में फड़फड़ाती संवेदनाएं।