समझता नही
समझता नही
जानते सब है
पर कोई
समझता नहीं
सुनाते सब है
मगर को
सुनता नहीं।
क्या कहे
किसी से
जब अपना
साया ही
साथ नहीं,
वो भी
धूप का इंतजार
करता है साहेब
साथ निभाने
के लिये
जिंदगी मुश्किल
है जीने के लिये।
वो जिंदगी भी
कोई जिंदगी नहीं
जिसमें कोई
मुश्किल नहीं
मुश्किल ही।
जिंदगी को खूबसूरत
बनाती है
दुनिया में हमारी
पहचान बनाती है।