सखी आ गया सुखद सलोना सावन
सखी आ गया सुखद सलोना सावन
पूरब दिशा की ओर से
पुरबिया पवन का
हसीन झोंका आकर,
गुनगुना गया कानों में
सखी आ गया
सुखद सलोना सावन।
पश्चिम दिशा की ओर से
श्वेत-श्याम मतवाले
मेघों ने आकर,
मेघ मल्हार सुनाकर
दीपित कर अवनि को
दे गये संदेशा
सखी आ गया
सुखद सलोना सावन।
मखमली बूंदे पावस की
बिछड़ कर वारिद से
मिलकर धरा से,
दे गई सुगंध
सौंधी-सौंधी सी
सखी आ गया
सुखद सलोना सावन।
भाई-बहन के
पावन प्रेम का प्रतीक
कच्चे रेशम के धागों का
लेकर त्यौहार
सखी आ गया
सुखद सलोना सावन।
सावन सोमवार को
नीलकंठ, त्रिपुरारी, महादेव
को अर्पित कर हल्दी, चंदन,
पूजा अर्चना करती नारियां
मांग रही हैं वरदान
अखण्ड सौभाग्य का
अपरिमित प्यार का ,
सखी आ गया
हरियाला मस्ताना सावन ।
सोलह श्रृंगार कर
हरियाली तीज पर
सावन की रिमझिम बूंदों के संग
प्यार के हिंडोले में
उड़ान भरती अप्सराएं धरा की,
छेड़ रही हैं सुरलहरियाँ
सखी आ गया
सुखद सलोना सावन।