सितारें
सितारें
मुझे इन सितारों पर विश्वास है
क्यूँकी वो सदियों से वहीं है
सच के साक्ष्य, झूठ के साक्ष्य
जो भी कुछ होता आया है
या जो कुछ हो रहा है।
मेरा विश्वास करो
इन्हें पता था रोशनी की
उम्मीद लगाई जाएगी इनसे
तभी तो जाने कब से चमक रहे हैं।
मेरा विश्वास करो इन्हें पता है
हर उम्मीद के लिए आसमान में
नज़र उठाएंगे हम
तारामंडल से गिर गिर कर भी
ये जगह बनाए रखते हैं।
मुझे इन सितारों पर विश्वास है
क्यूँकी ये ही तो सिखाते है
की टूटते तारे से हम
जाने कितनी उम्मीद लगाते हैं।
और जरा सी ठोकर पर देखो
खुद ही टूट जाते हैं
चाहे तारामंडल में कितने ही बड़े ग्रह
सूर्य, चंद्र और उल्का क्यूँ ना हो
ये सितारे अपनी जगह बनाए रखते हैं।
थोड़ी ही सही खुद की रोशनी हो
ये उम्मीद जगाए रखते हैं।