सिपाही के लिए देश पहले होता है
सिपाही के लिए देश पहले होता है


सोचता नहीं कभी भी अपने बारे में वो!
वादा जो किया भारत माँ से उसके लिए वो पहले होता है!
कठिन परिस्थिति में भी वो आगे बढ़ता है!
क्योंकि सिपाही के लिए देश पहले होता है!
अपने घर वो जाता नहीं ना छुट्टी मांगता है!
मात्र भूमि का दायित्व जो लिया वो सबसे बड़ा होता है!
पूरी निष्ठा से सेवा में लगा करता है देश की!
क्योंकि सिपाही के लिए देश पहले होता है!
गोली की चिंता करता नहीं ना अपनी जान की परवाह करता है कभी!
परचम जो लहराना है देश का विश्व में वो दिमाग़ में होता है!
अपने बारे में सोचता नहीं ना दुख तकलीफ के बारे में!
सिपाही के लिए देश पहले होता है!
सच्ची और पाक उल्फत वो अपने देश से करता है!
सर पे कफन बाँधकर वो चलता है युद्ध में!
दिमाग़ में दुश्मन के इरादे को नेस्तनाबूद करने का होता है!
सर्वनाश करता है दुश्मन को या तिरंगे में लिपटकर वो आता है शहीद होकर!
सिपाही के लिए देश पहले होता है!