श्रीकृष्णं वन्दे जगद्गुरं
श्रीकृष्णं वन्दे जगद्गुरं
1 min
1.4K
कुँअर राधावल्लभ श्री कृष्ण गोविंदम् गोविंदम्।
मुरलीधर नन्दगुपाला जू श्री कृष्ण गोविंदम् गोविंदम्।।
गोपीरमणं नटनागर जय मन राखहु माखनचोर सखे,
हे बनवारी हे गिरधारी श्री कृष्ण गोविंदम् गोविंदम्।।
जम फाँसी कटै चौरासी तरैं भव फेर मिटैं हे अविनाशी।
योगेश्वर ब्रह्म परात्मन हरि कण कण व्यापक हे सुखराशी।।
तुम आदि अंत अद्वैत द्वैत सत मूर्त अमूर्त निरंजन हो,
हे अकाल पुरख तव श्री चरणं हिय भक्ति प्रखर उर विश्वासी।।