शक्ति पुरुष
शक्ति पुरुष
शक्ति पुरुष
जब
जबाने काट दी जाय
या लब सिल दिए जाय
तब भी जिजीविषा जिंदा होती है
चेतना फिर भी लपलपाती ही
इसे कुंद होने से बचा सकते थे
लेकिन नहीं
अंदेशा देखकर
तुमने स्वयं
अपनी जबान
काट ली है
घर के चाकू से
जो इतना मजबूत और ताकतवर
नजर आता है
कहीं पेपर टाइगर तो नहीं हैं ?
जरा उसके खोल को ऊँचा करके तो देखो
इतिहास साक्षी है
उसमें दो मजदूरों जितनी भी ताकत नहीं हैं
लेकिन नहीं, तुमने शक्ति पुरुष के पक्ष में
झुका लिए झण्डे
अच्छा रहता, खामोश रहते
अस्तित्व रक्षा के लिए तो यही बहुत था
लेकिन, तुम उससे आगे जाकर
बैठ गए /अवसरवादियों की पांत मे
उन लोगों की बेवकूफी पर तुम
हंस सकते हो /जिन्होंने
जारी रखी अपनी लड़ाई
और आतंक जिनके मस्तिष्क पर
पाला नहीं मार सका
न हाथों को बाँध सका
उनकी बाहें और जिस्म
अब भी भूमिगत काम करते फडकते हैं
क्योंकि उन्हें पता है
भविष्य उनका है
उनका ही है।